पाठ 7 बाल दिवस
निम्नलिखित कठिन शब्दों को तीन-तीन बार अपनी कॉपी लिखकर अभ्यास करो।
दिवस मस्त नील गाय झूमते जामुन कछुए नमस्कार झूम शुरू गुज़रे गीदड़ निशान कमीज़ शेरसिंह लोमड़़ी मैदान उछाल रुमाल चीता जूते खरगोश प्याऊ अड़ंगी ज़मीन झाड़ियाँ सज-धज ज़ोर-शोर
1.क)हाँ ख)नहीं ग)हाँ घ) हाँ ङ)नहीं
2.क ) झाड़ियाँ ज़मीन से साफ़ की गईँ।
ख)बंदर जामुन के फल का मज़ा ले रहा है।
ग)शेर ने पीले रंग के जूते पहने हुए हैंं।
घ)बाल दिवस हाथी के कहने पर शुरू हुआ है।
ङ)चीता ने गले में लाल रंग का रुमाल बाँधा है।
3.क)काम में लगे हैं।
ख)सजाया गया है।
ग)निशाना बना रहे हैं।
घ)चुप नहीं रहा गया।
ङ)बना रहा है।
4.ज ध्वनी वाले शब्द - जलेबी ,जामुन ,जूते, सजाया, सज-धज
ज़ ध्वनी वाले शब्द - कमीज़ ज़िंदेगी ज़मीन गुज़रे ज़रा ज़्यादा
5. छोटे से बड़े आकार के अनुसार जानवरोंं के नाम-
१.चींटी २. चूहा ३. नेवला ४. खरोगोश ५. हिरन ६.हाथी
भाषा अभ्यास
1.जंगल साफ़ मस्त जिराफ़ संभल प्याऊ ज़िंदगी अडंगी नमस्कार ज़्यादा
2.जानवरों के नाम
गाय जिराफ़ बंदर गीदड़ शेर चीता हाथी खरगोश
3.कमीज़ जूते सूरज
सब्ज़ी जंगल जलेबी
नामाज़ जेल
4.खाली जगह भरिए
जंगल सजा हुआ था।
घोड़ा तेज़ दौड़ता है।
माँ ने दही जमाने के लिए कहा।
चोर को सज़ा दी गई।
मेले में बहुत मज़ा आया।
5.संयुक्त वर्णों से शब्द बनाइए
प्या - प्यार प्यास प्याला
च्च - बच्चा कच्चा सच्चा
6.शेर गुफा
चूहा बिल
घोड़ा अस्तबल
चिड़िया घोंसला
7. पानी में रहने वाले जीव - मगरमच्छ मछली शार्क डोलफ़िन व्हेल
जंगल में रहने वाले जीव - हाथी शेर हिरन चीता भालू
8.क) हमारे देश में बाल दिवस १४ नवंबर को मनाया जाता है।
ख)चाचा नेहरू जी की याद में बाल दिवस मनाया जाता है।
ग)बच्चे श्री जवाहर लाल नेहरू जी को प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते हैं।
घ)चाचा नेहरू का प्रिय फूल गुलाब था।
9.समान अर्थ वाले शब्द
जल - पानी जंगल - वन जानवर- पशु ज़मीन- धरती पेड़- वृक्ष
-----------------------------------------------------------------------------------------
गीदड़

लोमड़ी

निम्नलिखित कठिन शब्दों को तीन-तीन बार अपनी कॉपी लिखकर अभ्यास करो।
दिवस मस्त नील गाय झूमते जामुन कछुए नमस्कार झूम शुरू गुज़रे गीदड़ निशान कमीज़ शेरसिंह लोमड़़ी मैदान उछाल रुमाल चीता जूते खरगोश प्याऊ अड़ंगी ज़मीन झाड़ियाँ सज-धज ज़ोर-शोर
1.क)हाँ ख)नहीं ग)हाँ घ) हाँ ङ)नहीं
2.क ) झाड़ियाँ ज़मीन से साफ़ की गईँ।
ख)बंदर जामुन के फल का मज़ा ले रहा है।
ग)शेर ने पीले रंग के जूते पहने हुए हैंं।
घ)बाल दिवस हाथी के कहने पर शुरू हुआ है।
ङ)चीता ने गले में लाल रंग का रुमाल बाँधा है।
3.क)काम में लगे हैं।
ख)सजाया गया है।
ग)निशाना बना रहे हैं।
घ)चुप नहीं रहा गया।
ङ)बना रहा है।
4.ज ध्वनी वाले शब्द - जलेबी ,जामुन ,जूते, सजाया, सज-धज
ज़ ध्वनी वाले शब्द - कमीज़ ज़िंदेगी ज़मीन गुज़रे ज़रा ज़्यादा
5. छोटे से बड़े आकार के अनुसार जानवरोंं के नाम-
१.चींटी २. चूहा ३. नेवला ४. खरोगोश ५. हिरन ६.हाथी
भाषा अभ्यास
1.जंगल साफ़ मस्त जिराफ़ संभल प्याऊ ज़िंदगी अडंगी नमस्कार ज़्यादा
2.जानवरों के नाम
गाय जिराफ़ बंदर गीदड़ शेर चीता हाथी खरगोश
3.कमीज़ जूते सूरज
सब्ज़ी जंगल जलेबी
नामाज़ जेल
4.खाली जगह भरिए
जंगल सजा हुआ था।
घोड़ा तेज़ दौड़ता है।
माँ ने दही जमाने के लिए कहा।
चोर को सज़ा दी गई।
मेले में बहुत मज़ा आया।
5.संयुक्त वर्णों से शब्द बनाइए
प्या - प्यार प्यास प्याला
च्च - बच्चा कच्चा सच्चा
6.शेर गुफा
चूहा बिल
घोड़ा अस्तबल
चिड़िया घोंसला
7. पानी में रहने वाले जीव - मगरमच्छ मछली शार्क डोलफ़िन व्हेल
जंगल में रहने वाले जीव - हाथी शेर हिरन चीता भालू
8.क) हमारे देश में बाल दिवस १४ नवंबर को मनाया जाता है।
ख)चाचा नेहरू जी की याद में बाल दिवस मनाया जाता है।
ग)बच्चे श्री जवाहर लाल नेहरू जी को प्यार से चाचा नेहरू कहकर बुलाते हैं।
घ)चाचा नेहरू का प्रिय फूल गुलाब था।
9.समान अर्थ वाले शब्द
जल - पानी जंगल - वन जानवर- पशु ज़मीन- धरती पेड़- वृक्ष
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गीदड़
लोमड़ी
नीलगाय की जानकारी
नीलगाय एक बड़ा जानवर है जो आमतौर पर खेतों में दिख जाता है।
नीलगाय एक बड़ा जानवर है जो आमतौर पर खेतों में दिख जाता है। यह एक शक्तिशाली जानवर है जिसका शिकार भी किया जाता है। खेत की फसलों को नीलगाय नष्ट कर देती है। इसलिए नीलगाय को किसानों का दुश्मन भी कहते है। इसे आम भाषा में रोजड़ा (Rojda Animal) भी कहते है। तो आइये दोस्तों, नीलगाय की जानकारी लेने का प्रयास करते है।
1.नीलगाय (Nilgai) प्राणी एशिया के अलावा कही और नही पाया जाता है। नीलगाय भारत के राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार राज्य में पायी जाती है। भारत के अलावा पाकिस्तान, नेपाल देश में भी मिलती है।
2. नीलगाय मृग प्रजाति में आती है। इनके सिंग एक बार आते है और हमेशा रहते है। यह एक स्तनधारी प्राणी है। यह दिखने में गाय के समान होती है लेकिन इनका शरीर नीला होता है। इसलिए इस प्राणी को नील गाय कहते है।
3. नीलगाय कम पानी पीकर भी जिंदा रह सकती है। इसलिए रेगिस्तानी इलाकों खासकर राजस्थान में नीलगाय बहुतायत में पायी जाती है।
4. यह जानवर खुले घास के मैदानों में निवास करता है। घने जंगलों और पहाड़ो पर नीलगाय नही पायी जाती है। ज्यादातर यह कृषि भूमि पर विचरण करते है।
5. नीलगाय (Rojda Animal) का शरीर घोड़े के समान बड़ा होता है। वयस्क नीलगाय की ऊंचाई 5 फ़ीट तक होती है। इस जानवर की लंबाई 6 फ़ीट से भी ज्यादा होती है।
6. नर नीलगाय मादा से शरीर और वजन में ज्यादा होता है। नर का वजन करीब 250 किलोग्राम तक होता है जबकि मादा का वजन 215 किलोग्राम तक होता है।
7. नर का रंग नीला होता है। इसलिए इस जानवर को नीलगाय कहते है। मादा का रंग नीला ना होकर भूरा होता है।
8.नीलगाय के आगे के पैर पिछले पैरो से ज्यादा लम्बे होते है। इसी कारण से नीलगाय घोड़े की तरह तेज दौड़ पाता है।
9. नीलगाय के शिकारी जानवरों में बाघ, तेंदुआ जैसे मांसाहारी प्राणी आते है। इसके छोटे बच्चों को लकड़बग्गा खा जाता है।
10. नर की गर्दन पर सफेद बालों का गुच्छा होता है। नीलगाय प्राणी की गर्दन लम्बी और मजबूत होती है।
11. नर और मादा नीलगाय में अंतर सींगों का भी होता है। नर के सर पर छोटे सिंग होते है।
12. नीलगाय (Nilgai) के सूंघने की शक्ति तेज होती है। इसकी तेज आंखे दूर तक शिकारी जानवर को देख लेती है। नीलगाय के सुनने की क्षमता बहुत कम होती है।
13. नीलगाय आमतौर पर शांत होती है। मादा कभी भैंस की तरह रंभाती है। नर झगड़ा करते वक्त शोर करता है।
14. यह पशु दिन में ही विचरण करता है। लेकिन कभी कभी रात को भी यह भोजन की तलाश में निकलता है।
15. यह एक शाकाहारी प्राणी है। नीलगाय का मुख्य भोजन घासफूस है। यह झाड़ियों के पत्ते, फूल, फल, बेरी और खेतों की फसल को भी खाता है।
16. नर और मादा नीलगाय जून और सितम्बर के बीच में सबन्ध बनाते है। नर कम से कम दो मादाओं से संबंध बनाता है।
16. करीब आठ महीनों की गर्भावस्था के बाद मादा नीलगाय बच्चे को जन्म देती है। बच्चों की संख्या 1 से 3 तक हो सकती है। बच्चा कुछ ही समय बाद अपने पैरो पर खड़ा हो जाता है।
17.नीलगाय को किसानों का दुश्मन भी कहते है। यह खेतों में घुसकर फ़सलों को नष्ट कर देता है।
18. नीलगाय ज्यादातर झुंड में पायी जाती है। कभी कभी नर अकेले विचरण करता है। नर नीलगाय मादा के लिए आपस में झगड़ा करते है।
19. नीलगाय (Rojda Animal) का औसत जीवनकाल 12 से 15 वर्ष होता है।
1.नीलगाय (Nilgai) प्राणी एशिया के अलावा कही और नही पाया जाता है। नीलगाय भारत के राजस्थान, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार राज्य में पायी जाती है। भारत के अलावा पाकिस्तान, नेपाल देश में भी मिलती है।
2. नीलगाय मृग प्रजाति में आती है। इनके सिंग एक बार आते है और हमेशा रहते है। यह एक स्तनधारी प्राणी है। यह दिखने में गाय के समान होती है लेकिन इनका शरीर नीला होता है। इसलिए इस प्राणी को नील गाय कहते है।
3. नीलगाय कम पानी पीकर भी जिंदा रह सकती है। इसलिए रेगिस्तानी इलाकों खासकर राजस्थान में नीलगाय बहुतायत में पायी जाती है।
4. यह जानवर खुले घास के मैदानों में निवास करता है। घने जंगलों और पहाड़ो पर नीलगाय नही पायी जाती है। ज्यादातर यह कृषि भूमि पर विचरण करते है।
5. नीलगाय (Rojda Animal) का शरीर घोड़े के समान बड़ा होता है। वयस्क नीलगाय की ऊंचाई 5 फ़ीट तक होती है। इस जानवर की लंबाई 6 फ़ीट से भी ज्यादा होती है।
6. नर नीलगाय मादा से शरीर और वजन में ज्यादा होता है। नर का वजन करीब 250 किलोग्राम तक होता है जबकि मादा का वजन 215 किलोग्राम तक होता है।
7. नर का रंग नीला होता है। इसलिए इस जानवर को नीलगाय कहते है। मादा का रंग नीला ना होकर भूरा होता है।
8.नीलगाय के आगे के पैर पिछले पैरो से ज्यादा लम्बे होते है। इसी कारण से नीलगाय घोड़े की तरह तेज दौड़ पाता है।
9. नीलगाय के शिकारी जानवरों में बाघ, तेंदुआ जैसे मांसाहारी प्राणी आते है। इसके छोटे बच्चों को लकड़बग्गा खा जाता है।
10. नर की गर्दन पर सफेद बालों का गुच्छा होता है। नीलगाय प्राणी की गर्दन लम्बी और मजबूत होती है।
11. नर और मादा नीलगाय में अंतर सींगों का भी होता है। नर के सर पर छोटे सिंग होते है।
12. नीलगाय (Nilgai) के सूंघने की शक्ति तेज होती है। इसकी तेज आंखे दूर तक शिकारी जानवर को देख लेती है। नीलगाय के सुनने की क्षमता बहुत कम होती है।
13. नीलगाय आमतौर पर शांत होती है। मादा कभी भैंस की तरह रंभाती है। नर झगड़ा करते वक्त शोर करता है।
14. यह पशु दिन में ही विचरण करता है। लेकिन कभी कभी रात को भी यह भोजन की तलाश में निकलता है।
15. यह एक शाकाहारी प्राणी है। नीलगाय का मुख्य भोजन घासफूस है। यह झाड़ियों के पत्ते, फूल, फल, बेरी और खेतों की फसल को भी खाता है।
16. नर और मादा नीलगाय जून और सितम्बर के बीच में सबन्ध बनाते है। नर कम से कम दो मादाओं से संबंध बनाता है।
16. करीब आठ महीनों की गर्भावस्था के बाद मादा नीलगाय बच्चे को जन्म देती है। बच्चों की संख्या 1 से 3 तक हो सकती है। बच्चा कुछ ही समय बाद अपने पैरो पर खड़ा हो जाता है।
17.नीलगाय को किसानों का दुश्मन भी कहते है। यह खेतों में घुसकर फ़सलों को नष्ट कर देता है।
18. नीलगाय ज्यादातर झुंड में पायी जाती है। कभी कभी नर अकेले विचरण करता है। नर नीलगाय मादा के लिए आपस में झगड़ा करते है।
19. नीलगाय (Rojda Animal) का औसत जीवनकाल 12 से 15 वर्ष होता है।
I dont like this
ReplyDeleteWritten by Swayam Sankalp Behera
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