मेला अनुच्छेद
हमारा देश भारत त्योहारों और पर्वों का देश है। समय–समय पर यहाँ विभिन्न प्रकार के मेले लगते हैं।मेले कई प्रकार के होते हैं।जिनमें कुछ धार्मिक सामाजिक,सांस्कृतिक और व्यापारिक होते हैं।इसके अलावा कहीं–कहीं पशु मेला और पुस्तक मेला भी लगता है।दशहरे और दिवाली पर लगभग सभी जगह मेले लगते हैं।मेले में बहुत रौनक और चहल–पहल होती है। बड़े-बड़े झूले लगे होते हैं ।तरह–तरह की दुकानें सजी होती हैं । बच्चे झूले का आनंद लेते हैं।चाट,गुपचुप,आइस्क्रीम की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिलती है ।यहाँ खिलौने,कपड़े,बर्तन तथा सजावट की अनेक वस्तुएँ मिलती हैं। मेला हमारे जीवन में नया जोश और उत्साह भर देता है ।
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