मेरा देश (अनुच्छेद )
मेरे देश का नाम भारत है।यहाँ अनेक भाषा और बोलियाँ बोली जाती हैं। यहाँ अनेक धर्म, जाति और संप्रदायों के लोग आपस में मिल-जुलकर प्रेम से रहते हैं। यहाँ राम, कृष्ण, कबीर, गाँधी आदि महापुरुषों ने जन्म लिया।मैं अपने देश से बहुत प्यार करता हूँ। अनेकता में एकता हमारी शान है, इसीलिए तो भारत महान है। यहाँ अनेक भाषाएँ बोली जाती हैं तथा हर प्राँत के अलग-अलग त्योहार व उत्सव मनाए जाते हैं। संसार के जितने मौसम होते हैं वे सब हमारे देश में देखने को मिलते हैं। सरदी, गरमी, बरसात सभी तरह के यहाँ मौसम होते हैं। इसलिए हमारा देश भारत संसार का सर्वश्रेष्ठ देश है। मेरे देश का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा है। इसलिए कहा गया कि- 'सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्ताँ हमारा'।
मेला अनुच्छेद
हमारा देश भारत त्योहारों और पर्वों का देश है। दशहरा और दिवाली पर लगभग सभी जगह मेले लगते हैं।मेले में बहुत चहल–पहल होती है।मेले में बड़े-बड़े झूले लगे होते हैं ।तरह–तरह की दुकानें सजी होती हैं । बच्चे झूले का आनंद लेते हैं।चाट,गोलगप्पे,आइस्क्रीम की दुकानों पर भारी भीड़ देखने को मिलती है ।यहाँ खिलौने,कपड़े,बर्तन तथा सजावट की अनेक वस्तुएँ मिलती हैं। मेला हमारे जीवन में नया जोश और उत्साह भर देता है ।
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